जब प्रधानमंत्री ने ही रुकवा दिया था बेटे का प्रमोशन, शास्त्री जी वे फैसले जो मिसाल बन गए

लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को मुगलसराय में हुआ था। 

उन्होंने "जय जवान, जय किसान" का नारा देकर देश को प्रेरित किया। 

शास्त्री जी ने 1965 के भारत-पाक युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

उन्होंने बेटे के अनुचित प्रमोशन को रुकवा दिया, जिससे ईमानदारी की मिसाल पेश की।

ट्रैफिक जाम में फंसे लेकिन आम लोगों को असुविधा से बचाने के लिए सायरन का उपयोग नहीं किया।

सादगी और ईमानदारी के प्रतीक थे शास्त्री जी।

भ्रष्टाचार के खिलाफ कठोर फैसले लेने के लिए जाने जाते थे।

खाद्य संकट के दौरान परिवार से एक समय भोजन करने की अपील की।

1966 में ताशकंद में रहस्यमय परिस्थितियों में उनका निधन हुआ।